बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजना क्या है? इस योजना की क्या विशेषताएं हैं? इस योजना के लाभ और योजना के उद्देश्य के बारें में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराएँगे। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएँगे कि कैसे इस योजना के लागू हो जाने के बाद बिहार की प्रत्येक ग्राम पंचायत में बैंकिंग सेवाएं बहुत ही आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। बिहार के पंचायती राज मंत्री ने बताया कि पंचायतों में एकल बैंक खाता की व्यवस्था लागू हो जाने से वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा मिलेगा और विकास कार्यों की गति भी बढ़ जाएगी।
आप सभी सम्मानित पाठकों से अनुरोध है कि बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजना के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
Bihar Ek Panchayat Ek Bank Khata Yojana Highlights
योजना का नाम | बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजना |
किसने शुरुआत की | माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने |
राज्य | बिहार |
लाभार्थी | राज्य की सभी 8058 ग्राम पंचायतें |
लागू होने तिथि | बहुत जल्द लागू होने वाली है |
उद्देश्य | 1-वित्तीय अनुशासन और प्रबंधन के लिए एकीकृत और पारदर्शी प्रणाली का विकास 2- प्रत्येक ग्राम पंचायत में बैंक की शाखा उपलब्ध करना। |
पंचायती राज विभाग, बिहार की ऑफिसियल वेबसाइट | https://state.bihar.gov.in/biharprd/ |
बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजना
पंचायती राज विभाग द्वारा बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजना के अंतर्गत प्रदेश की सभी पंचायतों के बैंक खातों को एक डैशबोर्ड से जोड़ेगा। जिससे मुख्यालय से ही विभाग सभी पंचायतों के बैंक खातों की निगरानी कर सकेगा और पंचायत द्वारा धन के निकासी और विकास कार्यों की समीक्षा कर सकेगा।
जिन पंचायतों में धीमी गति से विकास निधि का इस्तेमाल हो रहा होगा वहां के सम्बंधित जिला मुख्यालय द्वारा पंचायतों को काम की रफ़्तार बढ़ाने हेतु निर्देश जारी कराया जायेगा। बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की एक महत्वपूर्ण योजना है।
इस योजना को जल्दी लागू करने के लिए बिहार का पंचायती राज विभाग तेजी से तैयारी कर रहा है। इसके लिए एक डैशबोर्ड का निर्माण कराया जा रहा है। इस डैशबोर्ड से प्रदेश की सभी 8058 ग्राम पंचायतों के बैंक खातों को जोड़ा जायेगा। इस योजना के लिए बैंकों का चयन कर लिया गया है। जैसे ही डैशबोर्ड तैयार हो जायेगा प्रदेश की ग्राम पंचायतों को इस योजना को लागू करने हेतु सूचना भेजी जाएगी।
ग्राम पंचायतों को योजना हेतु चयनित किसी एक बैंक में अपना खाता खुलवाना पड़ेगा। अगर ग्राम पंचायत का खाता योजना हेतु चयनित बैंक में पहले से ही है तो अपने एक बैंक खाते को छोड़कर अन्य को बंद करना होगा।
सरकार बैंकों को प्रत्येक ग्राम पंचायत में अपनी शाखा खोलने के लिए सरकारी पंचायत भवन में निःशुल्क स्थान उपलब्ध कराएगी। बिहार के पंचायती राज मंत्री श्री मुरारी प्रसाद गौतम ने बताया कि गाँव के पंचायत भवनों में पहले से ही स्थान सुरक्षित रखने की व्यवस्था कर ली गयी है। बैंक से शाखा खोलने हेतु प्रस्ताव माँगा गया है।
Bihar One Panchayat One Bank Account Scheme का उद्देश्य
बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजनाका उद्देश्य राज्य की पंचायती राज व्यवस्था में वित्तीय अनुशासन और प्रबंधन के लिए एकीकृत और पारदर्शी डैशबोर्ड का निर्माण करना है। वर्तमान में राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा बिहार की ग्राम पंचायतों में राज्य वित्त आयोग, केंद्रीय वित्त आयोग (13वां वित्त आयोग, 14वां वित्त आयोग और 15वां वित्त आयोग) और स्वच्छ भारत मिशन जैसी विभिन्न योजनाओं के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में अलग-अलग बैंक खातों का संचालन होता है। जिससे सरकार द्वारा पंचायतों को भेजी जा रही निधि की मॉनिटरिंग में बहुत समस्या उत्पन्न होती है।
इसीलिए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने Bihar One Panchayat One Bank Account Scheme को लागू करने की घोषणा की है। इस योजना के द्वारा ग्राम पंचायत द्वारा संचालित इन विभिन्न बैंक खातों को बंद करके प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए केवल एक बैंक खाता खुलवाया जायेगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत को बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजना के अंतर्गत चयनित बैंकों में से किसी एक बैंक में ही खाता खुलवाना पड़ेगा।
एक तरफ जहाँ देश के विभिन्न राज्यों में 11000 की आबादी पर एक बैंक उपलब्ध है वहीं बिहार राज्य में 16000 की आबादी पर एक बैंक की उपलब्धता है। जिससे राज्य का ग्रामीण नागरिक बैंकिंग सेवाओं का लाभ नहीं ले पा रहा है। इस योजना को लागू करने का एक उद्देश्य ये भी है की प्रदेश में नागरिकों के लिए बैंकिंग सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सकेगीं। क्योकि इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में बैंक शाखा खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
लाभ
बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजना के द्वारा गाँव के विकास हेतु जारी की गई निधि के खर्च की निगरानी आसान होगी और प्रदेश की प्रत्येक पंचायत में बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध हो जाएगी।
- प्रदेश की ग्राम पंचायतों के विकास हेतु बनायीं गई विभिन्न योजनाओं की मॉनिटरिंग।
- ग्राम पंचायत की विकास निधि के आय और व्यय की मॉनिटरिंग के लिए डैशबोर्ड का निर्माण।
- गाँव के विकास हेतु खर्च की जाने वाली निधि का पारदर्शी लेखा।
- वित्तीय अनुशासन का सख्ती के साथ अनुपालन सुनिश्चित करना।
- इस योजना के लागू हो जाने के बाद गाँव के विकास हेतु आने वाला सभी पैसा एक ही खाते में आएगा।
- प्रत्येक ग्राम पंचायत में आम नागरिकों के लिए बैंक की शाखा खुल जाएगी।
योजना के अंतर्गत शामिल बैंक
बिहार में One Panchayat One Bank Scheme के अंतर्गत बिहार सरकार के पंचायती राज विभाग ने अभी तक 8 बैंक के साथ MOU कर लिया है। बिहार की सभी पंचायतों को इन्ही में से किसी एक बैंक में ही अपना खाता खुलवाना पड़ेगा। बिहार के पंचायती राज मंत्री श्री मुरारी प्रसाद गौतम जी ने बताया है की 2 अन्य बैंकों ने भी इस योजना में अपनी रुचि दिखाई है। जिससे उम्मीद की जा रही है इस योजना के अंतर्गत लगभग 10 बैंक शामिल हो सकते हैं। वर्तमान में योजना में सम्मिलित बैंक के नाम निम्नलिखित हैं।
- भारतीय स्टेट बैंक (State Bank Of India)
- बैंक ऑफ़ इंडिया
- केनरा बैंक
- उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक
- दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक
- सेंट्रल बैंक
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
- आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank)
बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजना कब लागू होगी?
शीघ्र ही।
बिहार एक पंचायत एक बैंक खाता योजना से जनता को क्या लाभ मिलेगा?
इस योजना के अंतर्गत राज्य की प्रत्येक पंचायत में बैंक की शाखा खुल जाएगी जिससे गाँव के सभी नागरिक बहुत आसानी से बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।