Apple Awas Yojana – आईफोन की कंपनी अब भारत में बनाएगी घर, इन लोगों को जल्द मिलेगा नया ठिकाना

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Reported by Praveen Singh

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Apple Awas Yojana: महंगे और फीचर्स से भरपूर स्मार्ट फ़ोन की बात की जाय तो एप्पल का नाम सबसे ऊपर आता है। इसके आईफोन का युवाओं में बहुत क्रेज है महंगे होने के कारण इस कंपनी का मोबाइल स्टेटस सिंबल बन चुका है। आपको बता दें कि आईफोन की कंपनी अब भारत में बनाएगी घर। जी हाँ आपने सही सुना है एप्पल अब आईफोन के अलावा आपके लिए घर भी बनाने जा रही है। आइये जानते हैं की Apple Awas Yojana में किन लोगों को जल्द मिलेगा नया ठिकाना।

इस आर्टिकल में हम आपको Apple Awas Yojana के ये घर कहाँ-कहाँ बनाये जायेंगे, किन लोगों को ये घर आवंटित किया जायेगा? इस योजना के अंतर्गत कितने आवास बनेंगे? Apple Housing Scheme की लागत कैसे तय होगी? इत्यादि। अगर आप भी एप्पल की इस हाउसिंग स्कीम के बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

Apple Awas Yojana

वर्तमान में भारत में कंपनी के ज्यादातर कर्मचारी किराए के घरों में रहते हैं और अपने ऑफिस तक पहुंचने के लिए लम्बा सफर तय करते हैं। जिससे महिला कर्मचारियों के सुरक्षा सम्बन्धी चुनौतियाँ पैदा होती हैं। Apple Awas Yojana को विशेषतौर पर प्रवासी महिला कर्मचारियों के लिए तैयार किया गया है क्योकि कंपनी में 19 से 24 आयु वर्ग की महिलाओं का एक महत्वपूर्ण अनुपात है। इस कर्मचारी आवास योजना का प्रमुख उद्देश्य कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की दक्षता बढ़ाना और उन्हें सुरक्षा प्रदान करना है। अधिकारियों ने बताया कि भारत में कर्मचारियों के लिए इतने बड़े स्तर पर आवास बनाने की परियोजना, विशेषकर महिलाओं को ध्यान देकर, अपने तरह का पहला प्रयास है।

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी अपने कर्मचारियों को आवासीय सुविधा देने के लिए पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत घर बनाने की योजना बना रही है। इस योजना के तहत कुल 78000 मकान का निर्माण किया जाना है।

Apple Awas Yojana - आईफोन की कंपनी अब भारत में बनाएगी घर, इन लोगों को जल्द मिलेगा नया ठिकाना

पीपीपी मॉडल पर देश की सबसे बड़ी आवास योजना

आपको बहुत ही जल्द iPhone के एप्पल के घर देखने को मिल सकते हैं। Apple Awas Yojana भारत में पीपीपी मॉडल (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) पर देश की सबसे बड़ी आवास योजना मानी जा रही है। एप्पल अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना उसी जगह करता है, जहां पर इंडस्ट्रियल हाउसिंग का कॉन्सेप्ट होता है। भारत में फिलहाल इसकी तैयारियां चल रही हैं। बताया जा रहा है कि पीपीपी मॉडल के तहत बनने वाले इन मकानों का स्केल काफी व्यापक होगा।

इन्हे मिलेगा योजना का लाभ

कंपनी चीन और वियतनाम की तर्ज पर भारत में भी घर बनाने जा रही है। भारत में एप्पल ने अब तक एक लाख 50 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया है। भारत में iPhone का सबसे बड़ा सप्लायर फॉक्सकॉन है जिसका मुख्यालय तमिलनाडु राज्य के श्रीपेरंबुदूर में स्थित है। फॉक्सकॉन में वर्तमान में करीब 41 हजार लोग काम कर रहे हैं, जिसमें से 75 फीसदी महिलाएं शामिल हैं। इस योजना के तहत फॉक्सकॉन के कर्मचारियों के लिए करीब 35 हजार घर बनाये जायेंगे। इसके अलावा Salcomp मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड, जो कि एप्पल के पावर Adaptor इत्यादि बनाता है, के कर्मचारियों के लिए 3969 मकान बनाये जायेंगे तथा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स Hosur Workforce के लिए 11500 आवास बनाया जायेगा। 

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इस राज्य में बनेंगे सबसे ज्यादा घर

एप्पल कंपनी की तरफ से बताया गया है कि इस आवास योजना (Apple Industrial Housing Scheme) के तहत भारत के तमिलनाडु राज्य में सबसे ज्यादा संख्या में घरों का निर्माण किया जायेगा। कंपनी की तरफ से इस राज्य में लगभग 58 हजार घरों का निर्माण कराया जायेगा। वर्तमान में टाटा ग्रुप और SPR India भी आवास का निर्माण करा रहे हैं।

आवास की लागत का निर्धारण

जैसा की हमने आपको पहले ही बता दिया है कि यह आवास पीपीपी मॉडल पर तैयार किया जायेगा। इस स्कीम में घरों की लागत का 10 से 15 प्रतिशत पैसा केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। इसके अलावा बाकी पैसा सम्बंधित राज्य सरकार तथा कंपनियों द्वारा वहन किया जायेगा। इन आवासों के निर्माण का कार्य 31 मार्च 2025 तक प्राइवेट कंपनी को हैंडओवर किया जा सकता है। एप्पल की इस पहल से कंपनी के प्रवासी कर्मचारियों को बहुत मदद मिलेगी।

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Praveen Singh

नमस्कार दोस्तों! मेरा नाम प्रवीण कुमार सिंह है और मै इस वेबसाइट का एडमिन और लेखक हूँ। मैंने 2011 में अपना बी.एड पूरा करने के बाद से ही ऑनलाइन लेखन का काम शुरू कर दिया था, और इस वेबसाइट का बनाने का उद्देश्य भी मेरा यही था कि मैं अपने लेखन से उन सभी लोगो की मदद कर सकूँ जो इंटरनेट पर कुछ जानकारी लेने आते हैं।

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